&

वीरांगना रानी माँ गाईदिन्लियु

0 Ratings

ब्रिटिश साम्राज्यवाद से भारत भू को मुक्त कराने में उत्तर पूर्व की जनता की भूमिका अति सराहनीय रही है। नागालैंड में नागावीर जादोनांग ने जो स्वतंत्रता के लिए आंदोलन चलाया वह वहां की नाग जाति के लिए धर्मयुद्ध था। इस वीर सेनानी की फांसी के पश्चात् रानी मां गाईदिन्लियू ने इस क्रांतिकारी आंदोलन का नेतृत्व

Out of stock

Add to BookShelf

  • Genre:
  • Originally Published:
  • Hardcover:

Overview

ब्रिटिश साम्राज्यवाद से भारत भू को मुक्त कराने में उत्तर पूर्व की जनता की भूमिका अति सराहनीय रही है। नागालैंड में नागावीर जादोनांग ने जो स्वतंत्रता के लिए आंदोलन चलाया वह वहां की नाग जाति के लिए धर्मयुद्ध था। इस वीर सेनानी की फांसी के पश्चात् रानी मां गाईदिन्लियू ने इस क्रांतिकारी आंदोलन का नेतृत्व किया जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक अद्भुत उदाहरण बन गया। आवश्यकता इस बात की है कि संपूर्ण भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में उत्तर पूर्व के जनजातीय समाज के योगदान को उजागर किया जाए। यह कार्य इस पुस्तक के सुधी लेखक ने रानी मां की वीरता त्यागमय तथा संघर्षमय जीवनी द्वारा लिया है जिससे नागा तथा संपूर्ण उत्तर पूर्व की जनजाति की देशभक्ति उजागर हो जाए।

BOOK DETAILS
  • Hardcover:
  • Publisher:
  • Language: NA
  • ISBN-10: NA
  • Dimensions:
Customer Reviews

BOOKS BY &

SHARE THIS BOOK

Registration

Forgotten Password?