&

बापू से सीखें

0 Ratings

गांधी देश के लिए ही नहीं सारी मानवता के लिए अपने जीवन द्वारा प्रेरणा प्रदर्शन देश छोड़ गए हैं इसीलिए उनको महात्मा की संज्ञा दी गई है उनके जीवन आदर्शों को लेकर विशाल साहित्य निर्माण किया गया है जो बालकों के लिए दुर्गम है इस पुस्तक के लेखक ने कुछ बाल सुलभ कविताएं जो बहुत

Out of stock

Add to BookShelf

Overview

गांधी देश के लिए ही नहीं सारी मानवता के लिए अपने जीवन द्वारा प्रेरणा प्रदर्शन देश छोड़ गए हैं इसीलिए उनको महात्मा की संज्ञा दी गई है उनके जीवन आदर्शों को लेकर विशाल साहित्य निर्माण किया गया है जो बालकों के लिए दुर्गम है इस पुस्तक के लेखक ने कुछ बाल सुलभ कविताएं जो बहुत सरल भाषा में लिखी गई हैं बालकों को प्रेरणा देने के लिए उनके नैतिक तथा सामाजिक विकास हेतु संग्रहित किए हैं यह कविताएं उनमें देशभक्ति जगाने वाली भी हैं जो बालक के चरित्र विकास के लिए अत्यावश्यक है बालक छोटी-छोटी कविताओं को बड़ी आसानी से याद कर सकते हैं कविता सीधे हृदय में उतर जाती है और बालक को मानसिक का आनंद देने के साथ साथ संस्कार भी जगाती है महात्मा गांधी के जीवन विशेषकर सत्य की खोज के अनेक प्रसंग इन कविताओं के माध्यम से बालक में उच्च संस्कार प्रेषित करेंगे इस दृष्टि से प्रत्येक बालक को यह पुस्तक पढ़ाना बड़ा लाभदायक रहेगा।

BOOK DETAILS
  • Hardcover:
  • Publisher:
  • Language: NA
  • ISBN-10: NA
  • Dimensions:
Customer Reviews

BOOKS BY &

SHARE THIS BOOK

Registration

Forgotten Password?