बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए पांच आधारभूत विषय निर्धारित किये हैं। संस्कृत उनमें से एक अनिवार्य विषय है, जिसको सभी कक्षाओं में पढ़ाया जाता है। संस्कृत के बिना कोई भी बालक भारत की आत्मा को नहीं समझ सकता। वास्तव में तो सारी संस्कृति ही संस्कृत के आधार पर खड़ी है और बालक को अपने प्राचीन गौरव से अवगत कराने हेतु संस्कृत का ज्ञान महत्वपूर्ण है। संस्कृत को लोकप्रिय बनाने और उसके आधार पर बच्चों को उदात्त आदर्शों से संस्कारित करने की दृष्टि से कक्षा प्रथम से अष्टमी तक के लिए यह पाठ्यक्रम निर्माण किया गया है।
संस्कृत शिक्षा पाठ्यक्रम
बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए पांच आधारभूत विषय निर्धारित किये हैं। संस्कृत उनमें से एक अनिवार्य विषय है, जिसको सभी कक्षाओं में पढ़ाया जाता है। संस्कृत के बिना कोई भी बालक भारत की आत्मा को नहीं समझ सकता। वास्तव में तो सारी संस्कृति ही संस्कृत के आधार पर खड़ी है और बालक को अपने प्राचीन गौरव से अवगत कराने हेतु संस्कृत का ज्ञान महत्वपूर्ण है। संस्कृत को लोकप्रिय बनाने और उसके आधार पर बच्चों को उदात्त आदर्शों से संस्कारित करने की दृष्टि से कक्षा प्रथम से अष्टमी तक के लिए यह पाठ्यक्रम निर्माण किया गया है।
Weight | 70.000 g |
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Dimensions | 23.9 × 18.2 × 0.3 cm |
Language | हिन्दी |
Blinding | |
Pages | 36+4 |
Author |
Compiled |
Publisher |
Vidya Bharti Sanskriti Shiksha Sansthan |
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