बच्चों का नैतिक एवं चारित्रिक विकास करने के लिए विद्या भारती ने अपने पांच आधारभूत विषयों में नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। शिक्षा यदि आत्मिक उत्थान में सहायक नहीं होती तो वह सही शिक्षा कहलाने योग्य नहीं है। आज जितनी तीव्र गति से नैतिक क्षरण तथा आदर्शहीनता बढ़ती जा रही है वह समाज जीवन को विकृत बना रही है। विद्या भारती ने इस चुनौती को स्वीकार किया है। इस दृष्टि से विद्या भारती ने शिशु कक्षा से द्वादश तक यह नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार किया है।
नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा, पाठ्यक्रम की रूपरेखा
बच्चों का नैतिक एवं चारित्रिक विकास करने के लिए विद्या भारती ने अपने पांच आधारभूत विषयों में नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। शिक्षा यदि आत्मिक उत्थान में सहायक नहीं होती तो वह सही शिक्षा कहलाने योग्य नहीं है। आज जितनी तीव्र गति से नैतिक क्षरण तथा आदर्शहीनता बढ़ती जा रही है वह समाज जीवन को विकृत बना रही है। विद्या भारती ने इस चुनौती को स्वीकार किया है। इस दृष्टि से विद्या भारती ने शिशु कक्षा से द्वादश तक यह नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार किया है।
Weight | 210.000 g |
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Dimensions | 24.5 × 17.6 × 0.7 cm |
Language | हिन्दी |
Blinding | |
Pages | 120+4 |
Author |
Compiled |
Publisher |
Vidya Bharti Sanskriti Shiksha Sansthan |
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