भारत ने प्राचीन काल में विज्ञान के क्षेत्र में विश्व को बहुत कुछ दिया है और आज के युग में भी उसी प्राचीन गरिमा, ख्याति और अस्मिता को फिर से स्थापित करने वाली बहुत सी महान विभूतियां विज्ञान क्षेत्र को आलोकित कर रही हैं। इनमें जगदीश चंद्र बोस का नाम और उनकी देन बहुत उच्च कोटि में है। उन्होंने सबसे पहले विश्व को बेतार संदेश प्रसारण का आविष्कार दिया और उससे भी अधिक श्रेष्ठ आविष्कार उनका वह उपकरण है जिसने सिद्ध कर दिया कि वनस्पति में भी जीवन होता है। विश्व ने उनकी प्रतिभा को नमन किया है।
आचार्य जगदीश चंद्र बोस (हिन्दी)
भारत ने प्राचीन काल में विज्ञान के क्षेत्र में विश्व को बहुत कुछ दिया है और आज के युग में भी उसी प्राचीन गरिमा, ख्याति और अस्मिता को फिर से स्थापित करने वाली बहुत सी महान विभूतियां विज्ञान क्षेत्र को आलोकित कर रही हैं। इनमें जगदीश चंद्र बोस का नाम और उनकी देन बहुत उच्च कोटि में है। उन्होंने सबसे पहले विश्व को बेतार संदेश प्रसारण का आविष्कार दिया और उससे भी अधिक श्रेष्ठ आविष्कार उनका वह उपकरण है जिसने सिद्ध कर दिया कि वनस्पति में भी जीवन होता है। विश्व ने उनकी प्रतिभा को नमन किया है।
Weight | 130 g |
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Dimensions | 6 × 13.4 × 21.7 cm |
Language | Hindi |
ISBN | ISBN 978-93-85256-11-0 |
Pages | 112+2 |
Binding | Paperback |
Author |
Dr. D.P Singh, Dr. Keshav Chandra Sharma |
Publisher |
Vidya Bharti Sanskriti Shiksha Sansthan |
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