विश्व को भारत की सबसे बड़ी देन गणित है। गणित को बहुत सरल बनाने हेतु स्वामी भारती कृष्ण जी ने वैदिक साहित्य से सोलह सूत्र खोजकर निकाले हैं। इन सूत्रों के द्वारा गणित के जटिलतम प्रश्नों को भी आसानी से हल किया जा सकता है। विद्या भारती ने इन सूत्रों को अपनी शैक्षिक कार्य योजना में महत्वपूर्ण विषय के रूप में सम्मिलित किया है। शिक्षकों को इसके प्रयोग के लिए निरन्तर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। आज अनेक प्रान्तों में वैदिक गणित अनिवार्यतः पढ़ाया जा रहा है। इसका प्रशिक्षण देने हेतु वैदिक गणित का पाठ्यक्रम तथा यह निर्देशिका निर्मित की गयी है जो आचार्यों तथा छात्रों दोनों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। पुस्तक में बहुत से प्रश्नों को इन सूत्रों के आधार पर हल करके भी दर्शाया गया है।
वैदिक गणित पाठयक्रम एवं प्रशिक्षण योजना
विश्व को भारत की सबसे बड़ी देन गणित है। गणित को बहुत सरल बनाने हेतु स्वामी भारती कृष्ण जी ने वैदिक साहित्य से सोलह सूत्र खोजकर निकाले हैं। इन सूत्रों के द्वारा गणित के जटिलतम प्रश्नों को भी आसानी से हल किया जा सकता है। विद्या भारती ने इन सूत्रों को अपनी शैक्षिक कार्य योजना में महत्वपूर्ण विषय के रूप में सम्मिलित किया है। शिक्षकों को इसके प्रयोग के लिए निरन्तर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। आज अनेक प्रान्तों में वैदिक गणित अनिवार्यतः पढ़ाया जा रहा है। इसका प्रशिक्षण देने हेतु वैदिक गणित का पाठ्यक्रम तथा यह निर्देशिका निर्मित की गयी है जो आचार्यों तथा छात्रों दोनों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। पुस्तक में बहुत से प्रश्नों को इन सूत्रों के आधार पर हल करके भी दर्शाया गया है।
Weight | 140.000 g |
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Dimensions | 27.9 × 21.5 × 0.3 cm |
Language | हिन्दी |
Blinding | |
Pages | 52+4 |
Author |
Compiled |
Publisher |
Vidya Bharti Sanskriti Shiksha Sansthan |
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