विद्या भारती अखिल भारती शिक्षा संस्थान आज विश्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन बनकर विश्व पटल पर उभरा है, जिसके द्वारा लगभग 20 लाख बच्चे सारे भारत वर्ष में शिक्षा के साथ-साथ देश भक्ति और समाज सेवा के संस्कार प्राप्त कर रहे हैं। इतने बड़े कार्य को चलाने के लिए सैकड़ों बन्धुओं ने अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया है। ऐसे ही पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का एक अभ्यास वर्ग 1996 में आयोजित किया गया था, उसके विचाराधीन सभी विषयों पर जो गहन चिंतन किया गया, उसको इस पुस्तक में समाविष्ट कर दिया है। इसलिए सभी कार्यकर्ताओं के लिए यह पुस्तक एक स्थायी निधि सिद्ध होगी।
विद्या भारती दिशा बोध
विद्या भारती अखिल भारती शिक्षा संस्थान आज विश्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन बनकर विश्व पटल पर उभरा है, जिसके द्वारा लगभग 20 लाख बच्चे सारे भारत वर्ष में शिक्षा के साथ-साथ देश भक्ति और समाज सेवा के संस्कार प्राप्त कर रहे हैं। इतने बड़े कार्य को चलाने के लिए सैकड़ों बन्धुओं ने अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया है। ऐसे ही पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं का एक अभ्यास वर्ग 1996 में आयोजित किया गया था, उसके विचाराधीन सभी विषयों पर जो गहन चिंतन किया गया, उसको इस पुस्तक में समाविष्ट कर दिया है। इसलिए सभी कार्यकर्ताओं के लिए यह पुस्तक एक स्थायी निधि सिद्ध होगी।
Weight | 140.000 g |
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Dimensions | 21.5 × 13.6 × 0.7 cm |
Language | हिन्दी |
ISBN | ISBN 978-93-85256-14-1 |
Blinding | |
Pages | 136+2 |
Author |
Compiled |
Publisher |
Vidya Bharti Sanskriti Shiksha Sansthan |
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