केशव संघ निर्माता :
इन दिनों समाचारों में चर्चा का विषय बने राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के देश- व्यापी संगठन के निर्माता स्व. डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन कार्य की जानकारी देनेवाली यह छोटी-सी पुस्तक पाठकों की सेवा में सहर्ष प्रस्तुत है | यह डॉक्टरजी के जन्म से लेकर मृत्यु तक की घटनाओं का आलेख अंकित करनेवाली डॉक्टर जी की जीवनी नहीं है | संघ के जन्म की पृष्ठभूमि, उसका वैचारिक अधिष्ठान, तथा दिन रत चन्दन की भांति घिसकर डॉक्टरजी ने संघकार्य का निर्माण कैसे किया आदि बातों की जानकारी साधारण जिज्ञासु को करने के सिमित उद्देश्य से यह पुस्तक लिखी गई है | संघ का कार्य एवं डॉक्टरजी का जीवन अभिन्न है | इसीलिए संघ को डॉक्टरजी के जीवन के माध्यम से ही समझा जा सकता है | डॉक्टरजी की कथनी और करनी का सिंहावलोकन इस पुस्तक में किया गया है | आज कुछ लोग संघकार्य की ओर राजनितिक सत्ता की आकांक्षा रखनेवाले संगठन को कार्य ने नाते ही देखते है | वे लोग संघनिर्माता के इस जीवन को देखें तो समझ सकेंगे की स्वाधीनता – प्राप्ति के बाद संघ का सारा मार्गक्रमण उसकी सत्तानिरपेक्ष बुनियादी प्रेरणाओं के साथ कितना सुसंगत रहा है | संघ का अंतिम लक्ष्य राज्यसत्ता पर नियंत्रण पाना नहीं है |वह तो समाज एवं राष्ट्र की अवनति के समाज – मानस में पनप रहे कारणों को हमेशा के लिए दूर करना चाहता है | संघ-चिंतन की दिशा न तो कभी यह रही है और न आज भी है, की राष्ट्रनिर्माण का मूलगामी एवं रचनात्मक कार्यसत्ता – स्पर्द्धा के माध्यम से किया का सकता है | आशा है, स्व. डॉक्टरजी की जीवनगाथा इस बात पर भरपूर रोशनी डाल सकेंगी |